कितना करें निवेश कि रिटायरमेंट के बाद मिले 1 लाख की मासिक पेंशन?

जब-तक हम नौकरी करते हैं, हमें हर महीने सैलरी मिलती है जिसे हम अपनी रोजमर्रा के होने वाले खर्चों को पूरा करने के लिए उपयोग करते हैं और उसका कुछ भाग हम रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित इनकम हो, इसके लिए भी निवेश करते है। ऐसा करना उन सभी लोगों के लिए बहुत जरुरी है जिन्हे पेंशन की सुविधा नहीं होती। आपको यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आप रिटायरमेंट के बाद कितनी पेंशन पाना चाहते है, इसके लिए आपको सही तरीके से रिटायरमेंट प्लानिंग करनी होगी।

सेवानिवृत्ति योजना (Retirement Planning) रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली आय के लक्ष्य को निर्धारित करने और उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक कार्यों की प्रक्रिया है।

रिटायरमेंट प्लानिंग में शामिल है,

  • आय के स्रोतों की पहचान करना
  • खर्चों का अनुमान लगाना
  • बचत कार्यक्रम लागू करना
  • अपनी सेवानिवृत्ति बचत को बढ़ाने के लिए निवेश करना
  • जोखिम का प्रबंधन करना
कितना करें निवेश कि रिटायरमेंट के बाद मिले 1 लाख की मासिक पेंशन?

आपको रिटायरमेंट प्लानिंग की आवश्यकता क्यों है?

रिटायरमेंट के बाद हमारे ख़र्चे कम हो सकते हैं, पर चिकित्सा बिल बढ़ने की संभावना है और साथ ही महंगाई का बोझ भी बढ़ सकता है। रिटायरमेंट के बाद भी हमारे पास भविष्य के खर्चों को वहन करने के लिए पर्याप्त धन हो, इसके लिए हमें समय रहते ही रिटायरमेंट प्लानिंग की आवश्यकता है ताकि हम आरामदायक जीवन जी सके और नियमित आय बंद होने के बाद भी आर्थिक रूप से स्वतंत्र रह सके।

रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए हमारी मदद नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS)कर सकता है।

नेशनल पेंशन सिस्टम (राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली) खाता क्या है?

नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक सरकारी विनियमित कार्यक्रम है जिसे प्रत्येक भारतीय नागरिक को सेवानिवृत्ति लाभ प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। एनपीएस सेवानिवृत्ति कोष बनाने के लिए एक कम लागत वाला निवेश विकल्प है, इसके जरिए लोग थोड़ा-थोड़ा निवेश करके मोटा रिटायरमेंट फंड जमा कर सकते हैं।

NPS एक ऐसा system है जिसे एक स्वैच्छिक योगदान के रूप में देखा जाता है जो सीधे बाजार से जुड़ा होता है और fund managers द्वारा अच्छी तरह से manage किया जाता है।

कितना करें निवेश कि मिले Rs.1 लाख की मासिक पेंशन?

भविष्य के लिहाज से सोचें तो बुढ़ापे तक मंहगाई पीक पर होगी. हेल्थ से लेकर रोजमर्रा की जरूरत और ऐशोंआराम के लिए आपको 1 लाख रुपये महीने तो चाहिए होंगे

इसकी गणना हम निचे दर्शाये २ परिपेक्ष्यों में करते है। यहाँ हम गणना के लिए SBI NPS कैलकुलेटर का उपयोग करेंगे।

परिदृश्य (1): मान लीजिए, आप NPS में निवेश करने के लिए 34 साल की उम्र में नियमित मासिक निवेश शुरू करते है और मान लीजिये कि यह प्रति वर्ष 10% की दर से बढ़ता है। 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्ति पर, आप 80% कॉर्पस का उपयोग करके वार्षिकी निवेश (annuity investment) लेते है, जिस पर 6% प्रति वर्ष की आय होती है, तो आपके द्वारा किया जाने वाला आवश्यक मासिक योगदान 17,000 रूपये प्रति माह होगा।

कुल योगदान वर्ष26
कुल निवेश राशि53,04,000 रूपये
निवेश पर अर्जित ब्याज2,00,37,142 रूपये

  • कुल संचित निधि: 2,53,41,142 रूपये
  • वार्षिकी निवेश (annuity investment) किया जाने वाला कॉर्पस (कुल संचित निधि का 80%): 2,02,72,914
  • सेवानिवृत्ति के बाद प्रति माह पेंशन: 1,01,364 रूपये
  • आपके द्वारा आवश्यक मासिक योगदान: 17,000 रूपये
  • एकमुश्त धनराशि जिसे निकाला जा सकता है (कुल संचित निधि का 20%): 50,68,228
  • कुल कर बचत: 15,91,200

परिदृश्य (2): मान लीजिए, आप NPS में निवेश करने के लिए 34 साल की उम्र में नियमित मासिक निवेश शुरू करते है और मान लीजिये कि यह प्रति वर्ष 10% की दर से बढ़ता है। 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्ति पर, यदि आप केवल 40% कॉर्पसका उपयोग करके annuity investment लेते है, तो आपके द्वारा किया जाने वाला आवश्यक मासिक योगदान 34,000 रूपये प्रति माह होगा।

कुल योगदान वर्ष26
कुल निवेश राशि1,06,08,000 रूपये
निवेश पर अर्जित ब्याज4,00,74,339 रूपये

  • कुल संचित निधि: 5,06,82,339 रूपये
  • वार्षिकी निवेश (annuity investment) किया जाने वाला कॉर्पस (कुल संचित निधि का 40%): 2,02,72,936
  • सेवानिवृत्ति के बाद प्रति माह पेंशन: 1,01,364 रूपये
  • आपके द्वारा आवश्यक मासिक योगदान: 34,000 रूपये
  • एकमुश्त धनराशि जिसे निकाला जा सकता है (कुल संचित निधि का 60%): 3,04,09,403
  • कुल कर बचत: 31,82,400

उपरोक्त दोनों परिदृश्यों में, आपको 1 लाख रूपये की मासिक आय प्राप्त होगी।

NPS के फायदे

  • सरकार द्वारा नियुक्त प्राधिकारी द्वारा विनियमित।
  • विविध निवेश विकल्प प्रदान करता है।
  • NPS धारा 80CCD के तहत कर बचत के लिए 50,000 रुपये की अतिरिक्त कटौती भी प्रदान करता है जो धारा 80C के तहत 1.50 लाख रुपये की मौजूदा कर कटौती के अलावा मिलती है।
  • ग्राहकों को ऐसी निवेश strategies चुनने में सक्षम बनाता है जो उनके वित्तीय लक्ष्यों के अनुरूप हों।