जब Liquidity की हो जरुरत, तो क्या है Investment का बेहतरीन विकल्प PPF या Bank RD? रहस्य उजागर

भारत में बचत और निवेश के लिए कई प्रकार के विकल्प मौजूद हैं जिनमे मुख्या रूप से बैंक सावधि जमा (FD), आवर्ती जमा (RD), म्यूच्यूअल फण्ड जमा, सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), म्यूच्यूअल फण्ड SIP,इत्यादि ऑप्शंस हो सकते हैं। इनमे से उपयुक्त ऑप्शन चुनने से पहले हमें यह जानना जरुरी है कि हमारी प्राथमिकता क्या है? आइये इस पोस्ट में हम ये जाने कि आवर्ती जमा (आरडी) और सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) में से कौन सा ऑप्शन हमारे लिए बेहतर है?

निवेश उद्देश्यों के आधार पर, आवर्ती जमा (RD) और सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) निवेश के लिए उत्कृष्ट विकल्प हो सकते हैं। विकल्प चुनने से पहले, निवेशकों को दोनों प्रकार के खातों के बीच के अंतर को ध्यान में रखना चाहिए क्योंकि वे कर लाभ और आपके निवेश पर ब्याज अर्जित करने का मौका दोनों प्रदान कर सकते हैं।

Investment के समय किन बातों का रखें ख्याल

हमें निवेश के समय इन निम्लिखित चीजों का ध्यान रखना चाहिए,

  • निवेश का उद्देश्य
  • जमा की गयी पूंजी पर मिलने वाली Interest Rate
  • Investment की जा सकने वाली अधिकतम व Minimum Amount
  • निवेश समयावधि
  • Liquidity
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जाने क्या है सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF)?

सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF)केंद्र सरकार द्वारा स्थापित एक दीर्घकालिक बचत साधन है जो कर-मुक्त परिपक्वता उत्पन्न करता है साथ ही यह वृद्धावस्था आय सुरक्षा प्रदान करता है। PPF में निवेश छोटी और असमान इकाइयों में या एकमुश्त राशि में किया जा सकता है, PPF योगदान आयकर अधिनियम की section 80C के तहत कर कटौती के लिए योग्य है। अर्जित ब्याज और परिपक्वता राशि पूर्णतः कर-मुक्त है। यह guaranteed return उत्पन्न करता है।

कोई भी निवासी भारतीय नागरिक PPF खाता खोल सकता है जो वेतनभोगी कर्मचारी, स्व-रोज़गार, व्यवसायी, पेशेवर या कोई अन्य व्यक्ति हो सकता है। इसे नाबालिग के अभिभावक की हैसियत से नाबालिग के नाम पर भी "फॉर्म ए" पर आवेदन जमा करके खोला जा सकता है। PPF खाते में न्यूनतम जमा राशि 500/- रुपये है और एक PPF खाते में हर साल अधिकतम 1.5 lakh रुपये जमा किए जा सकते हैं।

जाने क्या है Bank आवर्ती जमा (Bank RD)?

Bank आवर्ती जमा (Bank RD)ऐसा खाता है जिसमे निवेशक को लंबी अवधि के लिए आवधिक अंतराल पर पूर्व-निर्धारित राशि जमा करना पड़ती है bank RD जमा द्वारा आप धीरे-धीरे, और स्थिर बचत करते हैं , जिससे आपकी बचत नियमित रूप से बढ़ती है। RD का मुख्य लक्ष्य धन इकट्ठा करना है और इसके लिए आपको महीने के स्थितियों के अनुसार नियमित निवेश करना होता है। इस तरीके से, आप निर्धारित समयावधि के बाद एक बड़ी राशि इकट्ठा कर सकते हैं जिस पर बैंक आपको ब्याज प्रदान करेगा।

RD एक सुरक्षित और आसान निवेश विकल्प है, क्योंकि इसमें निवेशकों को बैंक की सुरक्षा मिलती है और निवेश करना सरल होता है। सामान्यतया RD में जमा की गई राशि को निवेश समयावधि पर पूर्ण होने के बाद निकाला जाता है। यह समयावधि सामान्यत: 6 महीने से लेकर 10 साल तक की हो सकती है, जिसे आपके द्वारा निर्धारित किया जाता है।

निवेश में Liquidity क्यों आवश्यक है?

निवेश एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो हमारी आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करती है, लेकिन निवेश करते समय एक महत्वपूर्ण पहलु है जिसे हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं, वह है "Liquidity". लिक्विडिटी का मतलब है निवेश को आसानी से नकदी में बदलने की क्षमता। यह निवेश को सुरक्षित और प्रबल बनाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

जीवन में हमें कभी-कभी आपातकालीन जरूरतों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि चिकित्सा खर्च, शिक्षा का लाभ, या अन्य आनिवार्य खर्च। निवेश यदि लिक्विड है तो ऐसे समयों में आप बिना किसी कठिनाई के पैसे निकाल सकते हैं, वर्ना आपको पैसे का प्रबंध करने में कई प्रकार की मुश्किलें आ सकती हैं।

जानिए कि Bank RD और PPF में क्या अंतर है?

PPF के मुकाबले है बैंक RD में Liquidity की सुविधा

बैंक आवर्ती जमा (Bank RD) में एक बड़ी बात यह है कि यह आपको Liquidity सुविधा प्रदान करता है, जिससे आप जरूरत के आधार पर अपने पूंजी को निकाल सकते हैं। आप जरुरत पड़ने पर कभी भी इसमें से पैसा निकल सकते है लेकिन यह ध्यान देने योग्य है कि आपको निर्धारित समयावधि पूर्ण करने के पहले इसमें से पैसा निकालने पर ब्याज दर में कटौती हो सकती है। PPF investment में तरलता की कमी है क्योंकि यह PPF निकासी पर पाबंदियां है, क्योकि इसमें 15 साल का बड़ा lock-in पीरियड होता है आप जरुरत पड़ने पर भी इसमें से आपका पैसा नहीं निकल सकते

संक्षेप में, बैंक RD deposit एक सुरक्षित और लाभदायक निवेश विकल्प है जो नियमित बचत करने वालों के लिए उपयुक्त है। इससे निवेशकों को ब्याज दर के साथ सुरक्षितता और Liquidity का भी अनुभव होता है। आप जरूरत के आधार पर अपने पूंजी को कभी भी निकाल सकते हैं।